ढली भट्टाकुफर फल मंडी में डर के साये में हो रहा सेब का कारोबार , किसी भी वक्त हो सकता है बड़ा हादसा
। राजधानी शिमला के भट्टाकुफर फल मंडी की 2 साल में भी प्रशासन हालत नहीं सुधार पा रहा है फल मंडी के ऊपर पत्थर गिरने का सिलसिला अभी भी जारी है और यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। लेकिन प्रशासन गहरी नींद में सोया है मंडी के ऊपर बरसात के मौसम में फिर लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ गया है और हर रोज मंडी के ऊपर पत्थर भी गिर रहे हैं जिसके चलते मंडी मैं काम कर रहे मजदूर हर वक्त डर के साए में रात गुजार रहे हैं 2 साल पहले भी इस मंडी के ऊपर से काफी बड़ा लैंडस्लाइड हुआ था और कई बागवानों की सेब की पेटियां मलबे के नीचे दब गई थी 2 साल बीत जाने के बाद भी प्रशासन इस मंडी को सुरक्षित करने के लिए कोई भी कदम नहीं उठा पा रहा है हालांकि प्रशासन द्वारा मंडी को यहां से शिफ्ट कार पार्किंग में सेव का कारोबार करने का फरमान जारी किया है लेकिन पार्किंग में जगह कम होने के चलते अभी भी मंडी से ही कारोबार हो रहा है और हर रोज हजारों पेटियां लेकर बागवान यहां पहुच रहे हैं वही बागवान और मजदूरों को यहां पर हर वक्त डर सता रहा है और किसी वक्त भी यहां पर कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है मंडी में काम कर रहे मजदूरों का कहना है कि ऊपर से हर रोज पत्थर गिरते हैं जिसके चलते रात को बाहर भागना पड़ता है इसके अलावा यहां पर ना तो बिजली की व्यवस्था है और ना ही पानी की कोई व्यवस्था है उन्होंने प्रशासन से इस मंडी को सुरक्षित करने और पानी और बिजली की सुविधा मुहैया करवाने की मांग की उधर बागवान भी सरकार से इस मंडी की सुध लेने की गुहार लगा रहे हैं उनका कहना है कि यहां पर हर रोज बागबान अपना से बेचने आते हैं लेकिन मंडी के ऊपर लैंडस्लाइड का खतरा मंडरा रहा है जिससे डर लगा रहता है।