बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ ने शिमला में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया.
किसान भवन शिमला से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक रैली निकाली बेरोजगार शिक्षकों का आरोप है कि प्रदेश में लगभग 22000 से 40 बेरोजगार शारीरिक शिक्षक है जबकि पिछले कई वर्षों से तीखी हथवा हिंदी पी के पदों पर भर्ती नहीं की गई है श्रमिक शिक्षकों का कहना है कि 2 साल पहले निकाली गई 860 पदों की भर्ती को सरकारी रिजल्ट नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करें शिक्षकों का मानना है कि आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब सरकार को इस मामले में जल्दबाजी दिखानी चाहिए क्योंकि प्रदेश में बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों की संख्या काफी बढ़ी है इन बेरोजगार शिक्षकों का कहना है कि यदि यह सरकार 5 साल बाद भी इन भर्तियों पर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो यह 22000 शिक्षक अपने परिवारों सहित आने वाले विधानसभा चुनाव में नोटा का इस्तेमाल करेंगे