शिवसेना ने प्रदेश में ठोकी चुनावी ताल, बोले सरकार शक्तिपिठों के पैसों को सरकार कर रही बर्बाद, गौ सेवा के नाम पर वसूला जा रहा टैक्स बावजूद इसके गौ माता सड़कों पर
,चुनावी साल में बाहरी राज्य से कई राजनीतिक पार्टियां हिमाचल का रुख कर रही हैं। पंजाब से आई शिवसेना पार्टी भी हिमाचल के चुनावी मैदान में ताल ठोकने का दावा कर रही है। 12 साल से पंजाब में काम कर रही पार्टी का कहना है कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपने 5 साल के कार्यकाल में कोई विशेष काम नहीं किया है। जिस पर उनकी प्रशंसा की जाए। पहली बार राजधानी शिमला में जनता के बीच आई पार्टी का मत है कि यदि इस बार उनकी सरकार बनती है तो कई ऐसी चीजें है जिनपर हिमाचल में सही तरीके से काम किया जाएगा। प्रदेश में मौजुदा पार्टी और विपक्ष में आसीन कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश को डूबाने का काम किया है। प्रदेश में 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी का नाम पक्का करने वाली पंजाब शिवसेना का कहना है कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार आती है तो हर क्षेत्र का विकास होगा।
पार्टी अध्यक्ष संजीव घनौली ने कहा कि मौजुदा सरकार चुनाव के समय बडे़- बडे़ वादे कर रही है ताकि जनता को एक बार फिर गुमराह कर सत्ता वापसी हो सके। हिमाचल में नशे का कारोबार लगातार बढ़ रहा है जिस पर प्रदेश सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कहा कि देवभूमी में कई शक्तिपीठ स्थापित है जिनमें रोजाना लाखों का चढावा चढता है जिसका नियंत्रण सरकार के पास है सरकार इतने पैसों को शिक्षा व्यवस्था मजबूत करने की बजाए पैसा बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि गौ माता के नाम पर जो टैक्स वसूला जाता है उसे गाय के लिए लगाना चाहिए लेकिन सरकार इस बात से बिल्कुल बेखबर है। यदि पार्टी सत्ता में आती है तो सबसे पहले मन्दिरों की व्यवस्था ठीक की जाएगी। इसके बाद शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने पर काम किया जाएगा।