शिमला।हिमाचल में जापान इंटरनेशनल को ऑपरेशन एजेंसी के तहत बनी सडक़ों की जांच होगी। जांच के लिए हिमाचल प्रदेश विधान सभा की प्राक्कलन समिति ने दो सदस्यीय सब कमेटी का गठन किया है। सब कमेटी जांच कर रिपोर्ट समिति को सौंपेगी। हिमाचल में जाईका के तहत छोटे.छोटे रोड बनाए गए हैं। योजना के तहत किसानों को खेतों से अपनी फसल ले जाने के लिए इनका निर्माण किया गया है। यह सडक़ें कंक्रीट से बनाई गई हैं।प्रदेश विधान सभा सचिवालय में 2 और 3 जुलाई को प्राक्कलन समिति की बैठकों का आयोजन किया गया। प्राक्कलन समिति की बैठकें सभापति रमेश धवाला की अध्यक्षता में हुई। इन बैठकों में समिति के सदस्य जगत सिंह नेगी विनोद कुमार , राजेंद्र राणा , नरेंद्र ठाकुर , आशीष बुटेल , सुरेंद्र शौरी , प्रकाश राणा व सतपाल सिंह रायजादा ने भाग लिया।
प्रदेश में जाइका अर्थात जापान इंटरनेशनल कापरेशन ऐजेंसी के 321 करोड़ के वित्त पोषण से कांगड़ा, मंडी, शिमला, हमीरपुर व बिलासपुर में फसल विविधिकराण कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत किसानों को खेतों तक सडक़ों की सुविधा के अलावा सिंचाई की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। जाइका फेज दो के तहत सरकार की सभी 12 जिलों में एक हजार करोड़ की रकम खर्च करने की योजना है।
प्राक्कलन समिति की बैठकों में कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों एवं आय.व्यय प्राक्कलनों की संवीक्षा पर प्राप्त विभागीय उत्तरों पर कृषि विभाग के प्रधान सचिव मौखिक साक्ष्य किया।मौखिक साक्ष्य के दौरान समिति ने पाया कि जाईका के तहत निर्मित सड़कों में काफी व्यय हुआ है। जिसकी जांच हेतु दो सदस्यीय उप समिति का गठन किया तथा निर्देश दिए कि उप समिति कार्य स्थलों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट समिति को सौंपेगी।
समिति ने विभाग को यह भी निर्देश दिए कि पराला मंडी में वर्तमान में जो कमियां हैंए उसे दो माह के भीतर पूरा कर समिति को अवगत करवाएं। समिति ने विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों को और कारगर व पारदर्शिता बनाने हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए